12 जून को हुए भीषण Air India विमान हादसे को लेकर जारी की गई प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के बाद मीडिया में कई अटकलें लगाई जा रही थीं कि एक पायलट ने जानबूझकर ईंधन स्विच बंद कर दिए, जिससे दोनों इंजनों में फ्यूल सप्लाई रुक गई और विमान क्रैश हो गया। लेकिन अब एक वरिष्ठ एविएशन एक्सपर्ट ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है।
क्या कहा विशेषज्ञ ने?
NDTV से बातचीत में कप्तान एशान खालिद ने कहा कि, “यह दावा सिर्फ एक सेकंड की गणना से ही खारिज हो जाता है।” उन्होंने बताया कि 42वें सेकंड के टाइमस्टैम्प पर दोनों फ्यूल स्विच ‘रन’ से ‘कट-ऑफ’ में बदले, और वह भी सिर्फ एक सेकंड के अंतर में।
“अगर दोनों स्विच सिर्फ 500 मिलीसेकंड में बंद हुए, तो इसका मतलब है कि किसी ने एक साथ दोनों स्विच बंद किए। फिर सवाल उठता है कि उसने अगले 10 सेकंड तक इन्हें दोबारा चालू क्यों नहीं किया?”
उन्होंने कहा कि संभवतः ईंधन की आपूर्ति किसी इलेक्ट्रिकल सिग्नल के कारण अपने आप बंद हुई, और स्विच को बाद में इंजन को रीस्टार्ट करने की कोशिश में बदला गया।
AAIB की रिपोर्ट में क्या कहा गया है?
भारत की Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB) की रिपोर्ट के अनुसार, विमान ने 180 नॉट्स की अधिकतम गति प्राप्त की थी, और उसी समय दोनों इंजनों के फ्यूल स्विच “रन” से “कट-ऑफ” में गए। कॉकपिट की वॉयस रिकॉर्डिंग में एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि क्या उसने फ्यूल कट-ऑफ किया, तो जवाब आया कि नहीं किया।
क्या हुआ था 12 जून को?
Air India का Boeing 787 Dreamliner विमान, जिसमें 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर सवार थे, अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही क्षणों बाद क्रैश हो गया। हादसे में विमान के सभी यात्रियों की मौत हो गई, साथ ही ज़मीन पर मौजूद कई लोगों की भी जान गई। यह भारत के इतिहास में सबसे भयानक विमान दुर्घटनाओं में से एक है।